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क्या आप बौद्ध धर्म से अपरिचित हैं?
संक्षिप्त विवरण और उपयोगी सलाह प्राप्त करें
मौलिक तत्व
दूसरों की सहायता करने के ११ तरीके
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन, मैट लिंडेन
जब हमें कोई जरूरतमंद मिलता है तो उसकी सहायता करने के अनेक तरीके हो सकते हैं।
सार्थक जीवन जीना
चौदहवें दलाई लामा
बुद्धिमत्तापूर्वक बुनियादी मानव मूल्यों का पोषण करना ही सार्थक जीवन जीने का मार्ग है।
बोधिसत्त्व क्या है?
त्सेनशाब सेरकोँग रिंपोछे द्वितीय, मैट लिंडेन
बोधिसत्त्वों का परिचय, अर्थात् वे जिनका लक्ष्य है सभी सत्त्वों को लाभान्वित करने हेतु ज्ञानोदयप्राप्ति करना
गहराई से बोध करना चाहते हैं?
तिब्बती बौद्ध धर्म के बारे में और अधिक जानें
तिब्बती बौद्ध धर्म
चार आर्य सत्यों का सिंहावलोकन
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन
दुख की समस्या और उसे हल करने के तरीकों के बारे में बुद्ध के असाधारण दृष्टिकोण चार आर्य सत्यों का परिचय।
बौद्ध धर्म लोगों को अपनी ओर क्यों आकर्षित करता है
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन
लोग अपने जीवन की कठिनाइयों के समाधान के साधनों तलाश में बौद्ध धर्म की ओर आशा की दृष्टि से देखते
Document
एशिया में बौद्ध धर्म का प्रसार
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन
उत्तर भारत में अपनी शुरुआत से लेकर एशिया के एक बड़े भूभाग में बौद्ध धर्म के एक प्रमुख मत पद्धति बनने का संक्षिप्त परिचय
उन्नत स्तर पर अध्ययन करने के इच्छुक हैं?
बौद्ध शिक्षाओं का गहन अध्ययन करें।
उन्नत अध्ययन
भारत में बौद्ध-भिक्षुणी संघ की स्थापना
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन
भिक्षुणियों के रूप में सर्वप्रथम दीक्षित महिलाओं में बुद्ध की मौसी एवं 500 महिला अनुयायी थीं। मिश्रित-लिंग ब्रह्मचारी व्यवस्था पर तत्कालीन समाज की संदिग्ध दृष्टि से बचने के लिए इन भिक्षुणियों को भिक्षुओं को दिए गए संवरों के अतिरिक्त और भी संवर दिए गए थे।
क्या बौद्ध धर्म और इस्लाम के बीच कोई समानता का आधार है?
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन
डॉ. बर्ज़िन बौद्ध धर्म और इस्लाम की सैद्धांतिक और ऐतिहासिक विशेषताओं को रेखांकित करते हैं जो मूलभूत सांझा नैतिक सिद्धांतों के अतिरिक्त उनके बीच सामान्य आधार का संकेत देते हैं।
Document
चार आर्य सत्य के अनुरूप संरचित लाम-रिम
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन
प्रारंभिक, मध्यवर्ती और उन्नत स्तरों पर चार आर्य सत्यों को किस प्रकार समझा जाता है, इसपर एक स्पष्टीकरण।
अद्यतन सामग्री
हमारी नवीनतम अद्यतन सामग्री के साथ रहें
पढ़ें
Multi-Part
आत्मा के विषय में सांख्य एवं न्याय दर्शनों के अभिकथन तथा उनका बौद्ध धर्मी खंडन
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन
बौद्ध धर्म सहित सभी भारतीय परंपराएँ आत्मा की प्रकृति के विषय में बात करती हैं। इस विषय पर सटीक और निर्णायक बोध प्राप्त करने के लिए सांख्य एवं न्याय दर्शन जैसी ग़ैर-बौद्ध धर्मी उक्तियों की जाँच करनी होगी एवं उनके बौद्ध धर्मी सिद्धांतों से तुलना करनी होगी।
बोधिसत्त्व क्या है?
त्सेनशाब सेरकोँग रिंपोछे द्वितीय, मैट लिंडेन
बोधिसत्त्वों का परिचय, अर्थात् वे जिनका लक्ष्य है सभी सत्त्वों को लाभान्वित करने हेतु ज्ञानोदयप्राप्ति करना
Document
शिक्षकों और अनुवादकों से भी कभी-कभार भूल हो जाती है
त्सेनशाब सेरकोँग रिंपोछे
शिक्षकों या अनुवादकों द्वारा संयोगवश कुछ गलत कह देने से भ्रान्ति उत्पन्न हो सकती है।
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